Sunday, September 10, 2023

ार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यक्रम-13 अगस्त 2023

🚩सक्षम भारत समर्थ भारत 🚩 सक्षम दिल्ली प्रांत के उत्तरी विभाग और झंडेवालान विभाग द्वारा 13 अगस्त 2023 दिन रविवार को दिव्यांग सेवा केंद्र रोहिणी में कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यक्रम सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक चार सत्र में सम्पन्न हुआ।प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल उपस्थित संख्या 66 रही।सत्र की शुरुआत रजिस्ट्रेशन,अल्पाहार एव सक्षम के संगठन मंत्र ,परिकल्पना और दृष्टिकोण से शुरू हुआ। प्रथम सत्र - सक्षम का संक्षिप्त परिचय श्रीमान अमित जी प्रांत उपाध्यक्ष (सक्षम इंद्रप्रस्थ) द्वारा दिया गया,कि सक्षम की स्थापना 20 जून 2008 नागपुर में की गई।20 जून 2022 को सक्षम की स्थापना के 14 वर्ष पूरे हुए।20 दिसंबर 1997 को पश्चिम बंगाल में अखिल नेत्रहीन कल्याण संघ की स्थापना की गई थी।सक्षम के पूर्ण नाम समदृष्टि क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल में ही इसका परिचय है।सक्षम के कार्यकर्ता ,कार्य स्वयं परिचय है। दिव्यांगों की शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वालंबन और सामाजिक सहभागिता है। सक्षम में सकलांग और दिव्यांग दोनो तरह के लोग मिलकर कार्य करते हैं, जिससे दोनो तरह के लोग मिलकर दिव्यांग लोगो को सशक्त बनाते है। सक्षम दो प्रमुख कार्यों को करता है।1.दिव्यांगता निवारण, 2.दिव्यांगजन सशक्तीकरण। हाल के समय में सक्षम द्वारा किए जा रहे प्रमुख कार्य निम्न है। कॉर्नियल अंधत्व मुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत सक्षम द्वारा 2019 प्रयागराज कुंभ मेला में 2.5 लाख लोगो के मुफ्त में आंखो की जांच किया गया जिसमे से 1.5 लाख लोगो के आंखो का इलाज किया गया।जो अपने आप में एक सहरानीय प्रयास था इस प्रयास को लिम्का बुक रिकॉर्ड में दर्ज किया गया।सक्षम के 8 आयाम और 7 प्रकोष्ठ है।सक्षम दिल्ली में 4 एम्बुलेंस है जो नेत्रदान करने वालो के लिए लागतार काम कर रही जिससे की कॉर्निया को इकट्ठा किया जा सके। सक्षम दिल्ली लगातार अधिक से अधिक लोगो का नेत्रदान कराने के लिए जगह जगह पर नेत्रदान कैंप , सेमिनार,नेत्रदान जागरूकता यात्रा चलाता रहता है जिससे की दिल्ली को 2025 तक अंधत्वमुक्त बनाया जा सके।रक्तदान शिविर भी लगाया जाता है जिससे थैलेसीमिया के मरीजों को अधिक से अधिक रक्त उपलब्ध हो सके।रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए दिल्ली के द्वारका में वीटीसी केंद्र खोला गया है।बाबा साहेब आप्टे केंद्र जनकपुरी खोला गया है। रोहिणी के सेक्टर 18 में दिव्यांग सेवा केंद्र चल रहा है जो दिव्यांग के हित के लिए निशुल्क सेवा काम कर रहा है।छात्र छात्राओं को शिक्षा देने के लिए ऑनलाइन माध्यम सक्षम पाठशाला से भी शिक्षा और प्रशिक्षण दिया जा रहा। दिव्यांग जनों के कानूनी अधिकार को बताया। दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 में कुल 21 दिव्यांगता (disabilities) हैं. इस एक्ट के तहत दिव्यांग लोगों को सरकारी नौकरी में 4% आरक्षण मिलेगा. लेकिन सरकारी नौकरी में आरक्षण पाने के लिए 40% की दिव्यंगता होनी चाहिए. 6 से 18 आयु वर्ष के सभी दिव्यांग बच्चों को अनिवार्य नि:शुल्क शिक्षा दिया प्रदान किया जायेगा।जागरूकता के ना होना सेभी दिव्यांग लोगो को समस्या होती है।इस एक्ट में समानता की बात कही गई है।Dignity Not charity it is your right। इस एक्ट में दिव्यांग महिलाओं का शारीरिक मानसिक हरासमेंट के दंड को और अधिक शक्त कर दिया गया है।और सरकारी भवनों में दिव्यांग के लिए सुगम्य भवनों को बनाने की बात कही गई है। विशेष कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए जिला न्यायालय को आदेशित किया गया है। श्रीमान संदीप जी दिल्ली में होने वाली NEC बैठक को लेकर बताया।बैठक की व्यवस्था की चर्चा की जैसे यातायात व्यवस्था,आवास व्यवस्था, भोजन व्यवस्था , आवास व्यवस्था , वित्त व्यवस्था,प्रबंध व्यस्था प्रचार व्यवस्था और दिव्यांग व्यवस्था की विस्तार से जानकारी दी और बताया कि सभी व्यवस्था पर्यावरण के अनुकूल ध्यान में रखकर किया जाएगा ऐसा प्रयास आप सभी कार्यकर्ता के सहयोग से होगा। श्रीमान चंद्रवीर जी ने RPWD Act 2016 की विस्तार से जानकारी कार्यकर्ता को दी जिसमे आप ने बताया दिव्यांगता में सकारात्मका समाज के सहयोग एवं सरकार की कमिटमेंट से आती है। शिक्षा के लिए दिव्यांग समाज को accesible फॉर्मेट में शिक्षित करना।समावेशी शिक्षा, विशेष शिक्षा होनी चाहिए। दिव्यांग के लिए जातिगत भेदवाद इस कानून में नही है। दिव्यांग जन से जुड़े अन्य नियम और कानून आपने बताया। द्वितीय सत्र - इस सत्र में श्रीमान चंद्रवीर जी द्वारा संगठन मंत्र ऊँ संगच्छध्वं संवदध्वं सं वो मनांसि जानताम् ,सक्षम का परिकल्पना और दृष्टिकोण, सक्षम गीत पूर्ण समावेशी भारत का सपना हमेशा सजाना है सक्षम भारत समर्थ भारत यह अभियान चलाना है और कल्याण मंत्र ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः। सर्वे सन्तु निरामयाः। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु। मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥ आदि का अभ्यास कराया गया। तृतीय सत्र - श्रीमान हरीश सोनी जी (प्रांत सह सचिव) ने दिव्यांगता प्रकार, लक्षण एवं समाधान पर कार्यकर्ता को बताया कि कैसे दृष्टि बाधित के लिए वर्बल कम्यूटी ,और श्रवण बाधित के लिए साइन लैंग्वेज अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र और ई संसाधन अधिक से अधिक होना चाहिए।सक्षम द्वारा श्रवण बाधित के प्रणव प्रकोष्ठ चल रहा है।बुद्धि बाधित के लिए धीमहि प्रकोष्ठ काम कर रहा है। ऑटिज्म के लिए सामाजिक अटैचमेंट होना जरुरी है ।और भी दिव्यांगत को आपने विस्तार से बताया कैसे रोका जाय वो भी आपने बताया। तृतीय सत्र के बाद कार्यकर्ता के लिए भोजन की व्यवस्था भी रही।भोजन के बाद चतुर्थ सत्र शुरू हुआ। चतुर्थ सत्र - श्रीमान आमोद जी (प्रांत सह सचिव) द्वारा सक्षम के आयाम के बारे में बताया ।कला,महिला , युवा, क्रीड़ा,रोजगार व अनुसंधान और वकालत ये आयाम है। कला आयाम में सक्षम का स्वरांजली, सूरदास जी पर भजन मंडली ,कवि सम्मेलन का आयोजन, नुक्कड़ ,नाटक और पेंटिंग प्रतियोगिता दिव्यांग लोगो के लिए काम करता है। क्रीड़ा आयाम के माध्यम से क्रीड़ा के क्षेत्र में प्रदर्शन जेएनयू के क्रिकेट और फुटबॉल का आयोजन किया गया। वकालत के माध्यम से सक्षम के कार्यकर्ता दिव्यांगजनों के विषय को सरकार तक पहुंचाते है।UDID कार्ड के लिए सक्षम की अहम भूमिका रही 2014 में केंद्र सरकार ने इसकी शुरुआत किया। महिला आयाम के सक्षम महिला कार्यकर्ता द्वारा जागरूक मां स्वस्थ शिशु अभियान चलाया जाता है जिससे की गर्भवती महिलाओं को जागरूक किया जा सके जिससे जन्म से पहले होने वाली दिव्यांगता को मां जरूरी उपाय को अपनाकर रोका जा सके। रोजगार एवं अनुसंधान के माध्यम सक्षम और आइडिया मिलकर दिव्यांगजनों को रोजगार दिलाने में सहायता करते है।और दिव्यांग लोगो के अनुसंधान का भी काम चलता रहता है। युवा आयाम में युवा दिव्यांग बच्चो के लिए काम करता है साथ ही ब्लड डोनेशन कैंप भी लगवाया जाता हैं, कॉलेज में एडमिशन के समय सक्षम युवाओं के लिए एडमिशन की जानकारी को आसान बनाने के सक्षम हेल्प डेक्स भी लगाता है। चतुर्थ सत्र में श्रीमान देवेंद्र जी ( दिल्ली प्रांत संघटन मंत्री) द्वारा संघ और कार्यकर्ता एवं व्यवहार विषय को रखा। सक्षम दिव्यांगजनो के लिए काम करते है।और दिव्यांगजन समाज और देश का भाग है।हम सभी मिलकर भारत माता के लिए कार्य कर रहे हैं।एक कार्यकर्ता में कर्तव्य बोध, अनुशासन,त्याग भावना,सेवा भाव,समय दान,टीम वर्क, धैर्य, साथ मिलकर चलना और निस्वार्थ भावना का गुण होना चाहिए। 98 वर्षो से संघ की यात्रा चल रही है संघ के विविध संगठन विविध क्षेत्रमें काम कर रहे है। शिक्षा के क्षेत्र मे विद्या भारती ,सेवा के क्षेत्र राष्ट्रीय सेवा भारती,विज्ञान के क्षेत्र में विज्ञान भारती, संस्कार के क्षेत्र में संस्कार भारती,भारतीय मजदूर संघ मजदूर और इसी तरह अन्य और संगठन लगातार काम कर रहे हैं। अंत में सभी कार्यकर्ता का धन्यवाद किया गया। प्रशिक्षण वर्ग, दिल्ली प्रांत विभाग - उत्तरी विभाग दिनाँक - 13 अगस्त 2023 स्थान - दिव्यांग सेवा केंद्र रोहिणी सेक्टर 18 प्रांत स्तर - 02 विभाग स्तर - 08 जिला स्तर - 09 नगर स्तर - अन्य - 12 कुल योग - 31 दिव्यांग महिला -03 दिव्यांग पुरुष -03 सामान्य महिला - 11 सामान्य पुरुष -14 कुल योग              -31